आपका दूध वाला बच्चा, जो आज डॉक्टर है। (दूध की क़ीमत!)

दूध की क़ीमत!

यह कहानी है एक बेसहारा बच्चे की जो अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए कोलकाता की गली-गलियारों में घूमता और घर-घर ढेर लगाकर छोटी-मोटी चीज़े बेचता रेहता था ।

 एक दिन तेज गर्मी के मारे भूखा-प्यासा वह एक पेड़ के नीचे ठहर गया। अब एक कदम भी आगे चलना उसके लिए मुश्किल था। भूख मिटाने के लिए जेब में पैसे भी नही थे उस के पास। लाचार बच्चे ने सोचा की अगर जीना है तो अगले घर से रोटी माँगकर खानी होगी। ऐसा सोच कर उसने एक घर के दरवाज़े पर दस्तक दी। अनजान औरत ने दरवाज़ा खोला और पूछा “क्या है ?”

उस औरत को सामने देखकर भूख से जूझ रहे बच्चे का उम्मिद जाग उठी। उसने रोटी मांगने की बजाय सिर्फ प्यास बुझाने के लिए एक गिलास पानी माँगा। भूखे-प्यासे बच्चे की हालत को देख कर वो औरत घर के अंदर जाकर गयी और बच्चे को पीने के गलास के बदले एक गिलास दूध दे दिया। हैरान बच्चे ने उस रहम दिल औरत का चेहरा देखा और बिना कुछ कहे धीरे-धीरे दूध पी लिया। उसकी आँखों में एहतेराम (आदर) और अहसान करने की सलाहियत मन मे उत्तर आई थी। उसने नेकी (विनम्रता) से उस औरत से सवाल किया- “मैं इस दूध की क़ीमत कैसे चूका पाउँगा।” बच्चे की बात सुनकर उस औरत ने कहा- “इस दूध के लिए तुम्हे कुछ भी नहीं चुकाना है।” यह सुन कर वो बच्चा उस औरत को बड़ी रहम दिली से देखता चला गया।

बहुत बरसों के बाद वो रहम दिल औरत एक संगिन (गंभीर) बीमारी की शिकार हो गई। उस शहर के डॉक्टर उसका इलाज कर के हार चुके थे तो उन्होंने उसे राजधानी के मशहूर डॉक्टर से इलाज और ऑपरेशन करवाने के लिए भेज दिया। औरत को राजधानी के बड़े अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उस मशहूर (प्रसिद्ध) डॉक्टर के सामने औरत मरीज के सभी कागजात लाए गए। और डॉक्टर को बताया गया की वह कोलकाता शहर से आयी है तो डॉक्टर की आँखों में चमक-सी आ गई। उसने उस औरत को पेहचान लिया था। डॉक्टर ने उसका ऑपरेशन किया और देखभाल करके उसको ठीक कर दिया।

नई जिंदगी पाकर वो औरत बहुत खुश थी। उसने अस्पताल के स्टाफ से अदायगी (भुगतान) के लिए बिल माँगा तो कुछ देर बाद उसके हाथ में एक लिफाफा आया। भारी बिल की सोच से उस औरत का दिल धड़क रहा था। लिफाफा खोलते ही उसमे एक चिट्टी मिली जिसमे लिखा था- “बिल का अदायगी (भुगतान) बरसों पहले हो चुका, एक गिलास दूध से”। नीचे हस्तक्षर थे – “आपका दूध वाला बच्चा, जो आज डॉक्टर है।

Comments

Popular posts from this blog

तलबीना की अहमियत

कल्कि अवतार (पंडित वेद प्रकाश ब्राह्मण)

مسواک کے ستر (70) فوائد