भारत समेत दुनियाभर के 100 देशों में इतिहास का सबसे बड़ा साइबर अटैक हुआ है
*भारत समेत 100 देशों में अब तक का सबसे बड़ा साइबर अटैक; 10 डेवलपमेंट्स*
भारत समेत दुनियाभर के 100 देशों में इतिहास का सबसे बड़ा साइबर अटैक हुआ है। इसकी शुरुआत शुक्रवार को यूके की नेशनल हेल्थ सर्विस से हुई। यूके के कई हॉस्पिटल्स में कम्प्यूटर्स और फोन बंद हो गए। इसके बाद कई देशों में अस्पतालों, बड़ी कंपनियों और सरकारी दफ्तरों की वेबसाइट्स पर अटैक हुआ। इसे रैनसमवेयर अटैक कहा जा रहा है। यह ऐसा वायरस है जिससे डाटा लॉक हो जाता है। उसे अनलॉक करने के लिए हैकर्स बिटकॉइंस या डॉलर्स में रकम मांगते हैं। इस घटनाक्रम से अब तक दो चीजें साफ नहीं हो सकी हैं। पहली- भारत में कितनी कंपनियां या सरकारी दफ्तरों पर इसका असर पड़ा है? एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसके लिए जिस साइबर वेपन का इस्तेमाल किया गया, उसे अमेरिका की नेशनल सिक्युरिटी एजेंसी (NSA) से चुराया गया।
किन सर्विसेस पर ज्यादा असर?
- टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑफिशियल्स ने बताया- कम्प्यूटर पूरी तरह हैक होने की वजह से एक्स-रे इमेज, पैथोलॉजी टेस्ट रिजल्ट्स, फोन और ब्लीप सर्विस के साथ पेशेंट्स एडमिनिस्ट्रेशन सर्विस पर सबसे ज्यादा असर पड़ने की आशंका है।
कब तक का वक्त दिए हैकर्स ने?
- अभी ये क्लियर नहीं है कि ये रकम ब्रिटेन की पूरी नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) के लिए मांगी गई है, या किसी एक हॉस्पिटल के लिए, या फिर एक कम्प्यूटर के लिए।
- डेली मेल यूके के मुताबिक, कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखने वाले पॉपअप मैसेज में एक काउंटडाउन भी शो हो रहा है। इसमें फिरौती देने के लिए हैकर्स ने अगले शुक्रवार तक का वक्त दिया है।
भारत समेत दुनियाभर के 100 देशों में इतिहास का सबसे बड़ा साइबर अटैक हुआ है। इसकी शुरुआत शुक्रवार को यूके की नेशनल हेल्थ सर्विस से हुई। यूके के कई हॉस्पिटल्स में कम्प्यूटर्स और फोन बंद हो गए। इसके बाद कई देशों में अस्पतालों, बड़ी कंपनियों और सरकारी दफ्तरों की वेबसाइट्स पर अटैक हुआ। इसे रैनसमवेयर अटैक कहा जा रहा है। यह ऐसा वायरस है जिससे डाटा लॉक हो जाता है। उसे अनलॉक करने के लिए हैकर्स बिटकॉइंस या डॉलर्स में रकम मांगते हैं। इस घटनाक्रम से अब तक दो चीजें साफ नहीं हो सकी हैं। पहली- भारत में कितनी कंपनियां या सरकारी दफ्तरों पर इसका असर पड़ा है? एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसके लिए जिस साइबर वेपन का इस्तेमाल किया गया, उसे अमेरिका की नेशनल सिक्युरिटी एजेंसी (NSA) से चुराया गया।
किन सर्विसेस पर ज्यादा असर?
- टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑफिशियल्स ने बताया- कम्प्यूटर पूरी तरह हैक होने की वजह से एक्स-रे इमेज, पैथोलॉजी टेस्ट रिजल्ट्स, फोन और ब्लीप सर्विस के साथ पेशेंट्स एडमिनिस्ट्रेशन सर्विस पर सबसे ज्यादा असर पड़ने की आशंका है।
कब तक का वक्त दिए हैकर्स ने?
- अभी ये क्लियर नहीं है कि ये रकम ब्रिटेन की पूरी नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) के लिए मांगी गई है, या किसी एक हॉस्पिटल के लिए, या फिर एक कम्प्यूटर के लिए।
- डेली मेल यूके के मुताबिक, कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखने वाले पॉपअप मैसेज में एक काउंटडाउन भी शो हो रहा है। इसमें फिरौती देने के लिए हैकर्स ने अगले शुक्रवार तक का वक्त दिया है।
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