बचपन में माँ ने भी चीटिंग करके कई चीजें खिलाई है। पहले वो करती थीं, अब मैं बदला ले रहा हूँ।'

एक प्यार ऐसा भी.............

नींद की गोलियों की आदी हो चुकी बूढ़ी माँ नींद की गोली के लिए ज़िद कर रही थी।

बेटे की कुछ वक़त पहले ही शादी हुई थी। बहु डॉक्टर थी। बहु सास को नींद की दवा की लत के नुक्सान के बारे में बताते हुए उन्हें गोली नहीं देने पर अड़ी थी। जब बात नहीं बनी तो सास ने गुस्सा दिखा कर नींद की गोली पाने का प्रयास किया।

अंत में अपने बेटे को आवाज़ दी। बेटे ने आते ही कहा,'माँ मुहं खोलो।'पत्नी के मना करने पर भी बेटे ने जेब से एक दवा का पत्ता निकाल कर एक छोटी सी पिले रंग की गोली माँ के मुहं में डाल दी। और पानी भी पिला दिया। गोली लेते ही दुआएँ देती हुई माँ सो गयी।

पत्नी ने कहा ,' ऐसा नहीं करना चाहिए था आप को।'

पति ने दवा का पत्ता अपनी पत्नी के हातों में दे दिया। विटामिन की गोली का पत्ता देख कर पत्नी के चेहरे पर मुस्कराहट आ गयी। धीरे से बोली "आप अपनी माँ के साथ चीटिंग करते हो।"
पति ने कहा ''बचपन में माँ ने भी चीटिंग करके
कई चीजें खिलाई है। पहले वो चीटिंग करती थीं,

'अब मैं बदला ले रहा हूँ।'

यह कहते हुए बेटा मुस्कुराने लगा।

बुजुर्गो को प्यार से समझाइये .... उम्र के पड़ाव में बुज़ुर्ग एक तरह से बच्चे ही हो जाते है ..... उन्हें प्यार और सम्मान दीजिये।।
किसी ने क्या खूब कहा है ।

"हाथ से जन्नत की चाबी छूट जाएगी
अगर पल भर के लिए माँ रूठ जाएगी"

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