एक तस्वीर, जिसने हजारों लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया

एक तस्वीर, जिसने मंत्री सहित हजारों लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया

January 23, 2017

सोशल मीडिया में वायरल एक बच्चे की तस्वीर ने देश के उच्च पदस्थ राजनेताओं सहित हजारों हजार लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कहीं अपने बच्चे को ज्यादा होशियार, स्मार्ट और दूसरों से आगे रखने की चाहत में हम उस पर अत्याचार तो नहीं कर रहे है ना ।



हैदराबाद के सुरेन नाम के एक ट्विटर यूजर ने एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें एक बच्चा उनींदा सा स्कूल में प्रार्थना की लाइन में खड़ा है और उसकी जेब में अधखाया सा पराठा ठूँसा हुआ दिख रहा है. सुरेन ने इस पोस्ट में एचआरडी मिनिस्ट्री और तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव को टैग करते हुए लिखा, ”जेब में सुबह का ब्रेक फास्ट, अधूरी नींद, स्कूल की टाइमिंग 10 बजे से 5.30 तक क्यों नहीं, कृपया सोचें.”

ट्वीट तेजी से वायरल हुआ और कई लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं. तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने लिखा, ”मैं आपसे सहमत हूं कि इस तस्वीर ने आपका दिल तोड़ा. बच्चें के लिए बचपन जरुरी है ना कि इस तरह का प्रेशर कूकर जैसा माहौल”.

किसी भी संवेदनशील व्यक्ति के लिए ये तस्वीर सचमुच दिल दहला देने वाली है. बच्चों का भविष्य (जिसके बारे में कोई नहीं जानता) सुरक्षित करने के चक्कर में हम उनका वर्तमान अर्थात बचपन बर्बाद कर रहे हैं, उनसे छीन रहे हैं. इस सम्बन्ध में सिर्फ नेताओं को ही नहीं, हम अभिभावकों को भी गंभीरता पूर्वक सोचना होगा.

*सीख नहीं पा रहा हूँ मीठे झूठ बोलने का हुनर...*
*कड़वे सच ने हमसे न जाने कितने लोग छीन लिए...*

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