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Showing posts from May, 2017

मैं बहुत ही ज़्यादा गरीब आदमी था

मैं बहुत ही ज़्यादा गरीब आदमी था एक बार मैंने तवाफ़ करते हुए एक हार देखा जो बड़ा कीमती था। मैंने वह हार उठाया मेरा नफ़्स केह रहा था कि उसे छुपा लुँ- लेकिन दिल ने कहा हरगिज़ नहीं! यह तो चोरी है दीनदारी का तकाज़ा यह है कि इस हार को उसके मालिक तक पहुंचाया जाए, चुनांचे मुताफ में खड़े होकर मैंने ऐलान कर दिया अगर किसी का हार खोगया है तो वो आकर मुझसे ले जाए, एक "नाबीना" आदमी आगे आया और कहा कि यह मेरा हार है, और यह मेरी थैली से गिर गया है, मेरे नफ़्स ने मुझे और मलामत कर दिया कि हार तो था और वो भी किसी नाबीना का ??? इसका किसी को क्या पता चलना था छुपा लेते, मगर मैंने हार इस बुजुर्ग नाबीना को दिया वह दुआएं देता हुआ वापस चला गया। मैं अल्लाह से रोज़ रोजी की दुआ किया करता था कि अल्लाह मेरे लिए रोज़ी का इंतिज़ाम कर दें। अल्लाह की शान देखिएँ कि मैं मक्का से "हिला" आ गया यह एक शहर का नाम है, वहाँ एक मस्जिद में गया तो पता चला कि वहाँ के इमाम साहब मर गए हैं, लोगों ने मुझे कहा कि आप आगे होकर नमाज़ पढ़ा दे मैंने जब नमाज़ पढ़ाई तो लोगों को मेरी नमाज़ अच्छी लगी वह मुझे कहने लगे आप यहाँ के इमाम...

पत्नी बार बार माँ पर इल्जाम लगाए जा रही थी......

पत्नी बार बार माँ पर इल्जाम लगाए जा रही थी......और पति बार बार उसको अपनी हद में रेहने की केह रहा था लेकिन पत्नी चुप होने का नाम ही नही ले रही थी व् जोर जोर से चीख चीख कर केह रही थी कि "उसने अंगूठी टेबल पर ही रखी थी और तुम्हारे और मेरे अलावा इस कमरें मे कोई नही आया अंगूठी हो ना हो माँ जी ने ही उठाई है। बात जब पति की बर्दाश्त के बाहर हो गई तो उसने पत्नी के गाल पर एक जोरदार तमाचा देमारा अभी तीन महीने पहले ही तो शादी हुई थी इन की। पत्नी से तमाचा सहन नही हुआ वह घर छोड़कर जाने लगी और जाते जाते पति से एक सवाल पूछा कि तुमको अपनी माँ पर इतना विश्वास क्यूं है..?? तब पति ने जो जवाब दिया उस जवाब को सुनकर दरवाजे के पीछे खड़ी माँ ने सुना तो उसका मन भर आया पति ने पत्नी को बताया कि "जब वह छोटा था तब उसके पिताजी गुजर गए और माँ मोहल्ले के घरों मे झाडू पोछा लगाकर जो कमा पाती थी उससे एक वक्त का खाना आता था माँ एक थाली में मुझे परोस देती थी और खाली डिब्बे को ढककर रख देती थी और केहती थी मेरी रोटियाँ इस डिब्बे में है बेटा तू खा ले मैं भी हमेशा आधी रोटी खाकर कह देता था कि माँ मेरा पेट भर गया...

नाज़ीया ने कहा अफ़ज़ल कोई जॉब मिली आपको?

पत्नी- अस्सलामु अलैयकुम अफ़ज़ल कोई जॉब मिली क्या आप को ? पति- जॉब नहि मिली नाज़ीया मिल जाती तो रमज़ान में बच्चों के कपड़ों का इंतज़ाम हो जाता, इस बार भी तुम अपनी माँ के यहाँ से कपड़े ले आना । पत्नी- शादी के बाद से ये पाँचवी ईद है और हर मरतबा रमज़ान ईद में कपड़े मेरे वालीदेन के घर से ही आता हैं । पति- तो क्या हुआ इस बार भी ले आना पत्नी- आपको मालूम है ना पापा रिटायरड हो गए हैं और उस पर अम्मी की बीमारी भी, बहोत मुश्किल से घर चला रहे हैं । पती - तुम्हारा भाई तो बहुत रहिस आदमी है उनसे कहो ना पत्नी- मेरा भाई यक़ीनन पैसों से बहुत रहिस है लेकिन दिल से बहुत ग़रीब है, और मेरा भाई जोरू के ग़ुलाम है उसमें ज़रा सी भी ग़ैरत होती तो आज मेरे अम्मी बाबा को इस हाल में छोड़ के बीवी के साथ अलग नहि रहते हाथ फैलाने से अच्छा है में भूखी मर जाऊँ पति- हक़ बात कही जो इंसान अपने माँ बाप का नहि हो सका वो किसी और का क्या हो जाएगा । पत्नी- ये कोई ज़रूरी नहि है की ईद मनाने के लिए नए कपड़े ही लिए जाए.. पुराने कपड़े में भी ईद हो सकती है । पति- मेरे मासूम बच्चों की अलहमदुलिल्लाह रोज़ा नमाज़ और तिलावत ...

मछली ज़िबह नहीं की जाती तो यह हलाल कैसे हुई?

“मछली ज़िबह नहीं की जाती तो यह हलाल कैसे हुई? May 19, 2017 * विज्ञान ने गैर मुसलमानों के सबसे बड़े सवाल का जवाब दे दिया, ऐसी हकीकत जानकर आप भी सुबहान अल्लाह कह उठेंगे इस्लाम ने हलाल भोजन का आदेश देते हुए हराम भोजन से मना किया है और ऐसे जानवर का मांस का उपयोग करने के लिए आदेश दिया है जिसे इस्लामी तरीके से ज़िबह गया हो।(झटके से मारे गए जानवर का मांस इस्लाम में हराम है) गैर मुस्लिम न सिर्फ हराम गोश्त उपयोग बल्कि इस्लाम के इस आदेश से संबंधित मछली का उदाहरण पेश करते हुए यह सवाल भी उठाते हैं कि उसे ज़िबह नहीं किया जाता तो यह कैसे हलाल हो गई लेकिन अब विज्ञान ने इस सवाल का जवाब दे दिया है और ऐसा आश्चर्यजनक खुलासा किया है कि आप भी सुबहान अल्लाह केह उठेंगे। अल्लाह ने दुनिया में मौजूद सब कुछ सही तरीके से बनाया है और ऐसा ही मामला मछली के साथ भी है जो जैसे ही पानी से बाहर आती है तो उसके शरीर में मौजूद सभी रक्त तुरंत अपना रास्ता बदल लेता है और मछली के मुंह में इकठ्ठा होकर ” एपीगलोटस” में जमा होना शुरू हो जाता है। मछली पानी से निकलने के कुछ ही देर बाद उसके शरीर में मौजूद रक्त एक एक बूंद एपीगलोटस म...
पापा पापा मुझे चोट लग गई खून आ रहा है 5 साल के बच्चे के मुँह से सुनना था कि पापा सब कुछ छोड़ छाड़  कर गोदी में उठाकर एक किलो मीटर की दूरी पर क्लिनिक तक भाग भाग कर ही पहुँच गए दुकान कैश काउंटर सब नौकर के भरोसे छोड़ आये सीधा  डाक्टर के केबिन में दाखिल होते हुए  डॉक्टर को बोले देखिये देखिये डॉक्टर मेरे बेटे को क्या हो गया डॉक्टर साहब ने देखते हुए कहा अरे भाई साहब घबराने की कोई बात है मामूली चोट है.... ड्रेसिंग कर दी है ठीक हो जायेगी। डॉक्टर साहब कुछ पेन किलर लिख देते दर्द कम हो जाता ।  अच्छी से अच्छी दवाईया लिख देते ताकि जल्दी ठीक हो जाये घाव भर जाये *डाक्टर* अरे भाई साहब क्यों इतने परेशान हो रहे हो कुछ नहीं हुआ है 3-4दिन में ठीक हो जायेगा पर डॉक्टर साहब  इसको रात को नींद तो आजायेगी ना । *डॉक्टर* अरे हाँ भाई हाँ आप चिंता मत करो।  बच्चे को लेकर लौटे तो नौकर बोला सेठ जी  आपका ब्रांडेड  महंगा शर्ट खराब हो गया खून लग गया अब ये दाग नही निकलेंगे *भाई साहब* कोई नहीं ऐसे शर्ट बहुत आएंगे जायेंगे मेरे बेटे का खून बह गया वो चिंता खाये ज...

एक दिन अफसोस करने से बेहतर है, सच को आज ही समझ लेना कि ज़िंदगी मुट्ठी में रेत की तरह होती है।

कल मैं दुकान से जल्दी घर चला आया। आम तौर पर रात में 10 बजे के बाद आता हूं, कल 8 बजे ही चला आया। सोचा था घर जाकर थोड़ी देर पत्नी से बातें करूंगा, फिर कहूंगा कि कहीं बाहर खाना खाने चलते हैं।  बहुत साल पहले, , हम ऐसा करते थे। घर आया तो पत्नी टीवी देख रही थी। मुझे लगा कि जब तक वो ये वाला सीरियल देख रही है, मैं कम्यूटर पर कुछ मेल चेक कर लूं। मैं मेल चेक करने लगा,   कुछ देर बाद पत्नी चाय लेकर आई, तो मैं चाय पीता हुआ दुकान  के काम करने लगा। अब मन में था कि पत्नी के साथ बैठ कर बातें करूंगा, फिर खाना खाने बाहर जाऊंगा, पर कब 8 से 11 बज गए, पता ही नहीं चला। पत्नी ने वहीं टेबल पर खाना लगा दिया, मैं चुपचाप खाना खाने लगा। खाना खाते हुए मैंने कहा कि खा कर हम लोग नीचे टहलने चलेंगे, गप करेंगे। पत्नी खुश हो गई। हम खाना खाते रहे, इस बीच मेरी पसंद का सीरियल  आने लगा और मैं खाते-खाते सीरियल में डूब गया।  सीरियल देखते हुए सोफा पर ही मैं सो गया था। जब नींद खुली तब आधी रात हो चुकी थी। बहुत अफसोस हुआ।  मन में सोच कर घर आया था कि जल्दी आने का फायदा उठाते हुए आज कुछ समय...

क्या आपने कभी इन पश्चिमी philosophers को पढ़ा है

*क्या आपने कभी इन पश्चिमी philosophers को पढ़ा है:* 1. *लियो टॉल्स्टॉय (1828 -1910):* "इस्लाम ही एक दिन दुनिया पर राज करेगा, क्योंकि इसी में ज्ञान और बुद्धि का संयोजन है"। 2. *हर्बर्ट वेल्स (1846 - 1946):* " इस्लाम का प्रभावीकरण फिर होने तक अनगिनत कितनी पीढ़ियां अत्याचार सहेंगी और जीवन कट जाएगा । तभी एक दिन पूरी दुनिया उसकी ओर आकर्षित हो जाएगी, उसी दिन ही दिलशाद होंगे और उसी दिन दुनिया आबाद होगी । सलाम हो उस दिन को "। 3. *अल्बर्ट आइंस्टीन (1879 - 1955):* "मैं समझता हूँ कि मुसलमानो ने अपनी बुद्धि और जागरूकता के माध्यम से वह किया जो यहूदी न कर सके । इस्लाम मे ही वह शक्ति है जिससे शांति स्थापित हो सकती है"। 4. *हस्टन स्मिथ (1919):* "जो विश्वास हम पर है और इस हम से बेहतर कुछ भी दुनिया में है तो वो इस्लाम है । अगर हम अपना दिल और दिमाग इसके लिए खोलें तो उसमें हमारी ही भलाई होगी"। 5. *माइकल नोस्टरैडैमस (1503 - 1566):* " इस्लाम ही यूरोप में शासक धर्म बन जाएगा बल्कि यूरोप का प्रसिद्ध शहर इस्लामिक स्टेट राजधानी बन जाएगा"। 6...

भारत समेत दुनियाभर के 100 देशों में इतिहास का सबसे बड़ा साइबर अटैक हुआ है

*भारत समेत 100 देशों में अब तक का सबसे बड़ा साइबर अटैक; 10 डेवलपमेंट्स* भारत समेत दुनियाभर के 100 देशों में इतिहास का सबसे बड़ा साइबर अटैक हुआ है। इसकी शुरुआत शुक्रवार को यूके की नेशनल हेल्थ सर्विस से हुई। यूके के कई हॉस्पिटल्स में कम्प्यूटर्स और फोन बंद हो गए। इसके बाद कई देशों में अस्पतालों, बड़ी कंपनियों और सरकारी दफ्तरों की वेबसाइट्स पर अटैक हुआ। इसे रैनसमवेयर अटैक कहा जा रहा है। यह ऐसा वायरस है जिससे डाटा लॉक हो जाता है। उसे अनलॉक करने के लिए हैकर्स बिटकॉइंस या डॉलर्स में रकम मांगते हैं। इस घटनाक्रम से अब तक दो चीजें साफ नहीं हो सकी हैं। पहली- भारत में कितनी कंपनियां या सरकारी दफ्तरों पर इसका असर पड़ा है? एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसके लिए जिस साइबर वेपन का इस्तेमाल किया गया, उसे अमेरिका की नेशनल सिक्युरिटी एजेंसी (NSA) से चुराया गया। किन सर्विसेस पर ज्यादा असर? - टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑफिशियल्स ने बताया- कम्प्यूटर पूरी तरह हैक होने की वजह से एक्स-रे इमेज, पैथोलॉजी टेस्ट रिजल्ट्स, फोन और ब्लीप सर्विस के साथ पेशेंट्स एडमिनिस्ट्रेशन सर्विस पर सबसे ज्यादा असर पड़ने ...

777888999 वाले नंबर का सच क्या है

इस मैसेज को पढ़ने वाले लोगों दहशत में हैं. इस मैसेज को हर भाषा में शेयर किया जा रहा है कन्नड़, गुजराती और बंगाली. आमतौर पर ऐसा देखने को नहीं मिलता. आमतौर पर मोबाइल नंबर 10 अंकों का होता है, लेकिन मौत की घंटी बजाने वाला ये नंबर 9 अंको का है इसलिए लोग और भी डर रहे हैं. लोगों के बीच इस डर को मिटाने के लिए और सच जानने के लिए हमने वायरल मैसेज की पड़ताल शुरू की. सच जानने के लिए हम साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल के पास पहुंचे. हमने सबसे पहला सवाल उनसे पूछा कि क्या नौ अंकों वाला मोबाइल नंबर होता है. इस सवाल के जवाब में एक्सपर्ट ने हमें बताया कि भारत में अभी तक 9 अंको वाला मोबाइल नंबर नहीं आया है. विदेश में ऐसा है लेकिन अगर विदेश के भी किसी नंबर से आपको कॉल आता है तो आपके मोबाइल स्क्रीन पर नंबर के साथ उस देश का 2 अंको वाला कोड भी जरूर दिखाई देगा. मिसाल के तौर पर अगर आपके पास पाकिस्तान से फोन आएगा तो नंबर के आगे +92 लिखा हुआ होगा. अब सवाल ये उठता है कि जब भारत में 9 अंकों वाला मोबाइल नंबर नहीं है तो 777888999 वाले नंबर का सच क्या है. साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल ने एबीपी न्यूज़ से बताया, ‘ये मै...

और सच कहा जाता है कि बेटी तो बाप के लिए रेहमत होती है..

लड़कियों के स्कूल में आने वाली नई टीचर ख़ूबसूरत और बा अख़्लाक़ होने के साथ साथ इल्मी तौर पर भी मज़बूत थी लेकिन उसने अभी तक शादी नहीं की थी.. सब लड़कियां उसके इर्द-गिर्द जमा हो गईं और मज़ाक़ करने लगी कि मैडम आपने अभी तक शादी क्यों नहीं की..? मैडम ने दास्तान कुछ यूं शुरू की_एक ख़ातून की पांच बेटियां थीं, शौहर ने उसको धमकी दी कि अगर इस दफा भी बेटी हुई तो उस बेटी को बाहर किसी सड़क या चौक पर फेंक आऊंगा, ख़ुदा की हिकमत ख़ुदा ही जाने कि छटी मर्तबा भी बेटी पैदा हुई और मर्द ने बेटी को उठाया और रात के अंधेरे में शहर के बीचों-बीच चौक पर रख आया, मां पूरी रात उस नन्ही सी जान के लिए दुआ करती रही और बेटी को अल्लाह के सुपुर्द कर दिया। दूसरे दिन सुबह बाप जब चौक से गुज़रा तो देखा कि कोई बच्ची को ले नहीं गया बाप बेटी को वापस घर लाया लेकिन दूसरी रात फिर बेटी को चौक पर रख आया लेकिन माजरा उसी तरह तकरार होता रहा यहां तक कि सात दिन बाप बाहर रख आया और जब कोई  उसे ले ना जाता तो मजबूरन वापस उठा लाता, यहां तक कि बाप थक गया और ख़ुदा की रज़ा पर राज़ी हो गया और फिर ख़ुदा काम करना ऐसा हुआ कि एक साल बाद मां ...

डाक्टर की आंखों से आंसुओं का सैलाब बह रहा था.....

वह गाड़ी से उतरा और बड़ी तेज़ी से एयरपोर्ट मे घुसा , जहाज़ उड़ने के लिए तैयार था , उसे किसी कांफ्रेंस मे पहुंचना था जो खास उसी के लिए आयोजित की जा रही थी.....वह अपनी सीट पर बैठा और जहाज़ उड़ गया...अभी कुछ दूर ही जहाज़ उड़ा था कि....कैप्टन ने ऐलान किया  , तूफानी बारिश और बिजली की वजह से जहाज़ का रेडियो सिस्टम ठीक से काम नही कर रहा....इसलिए हम क़रीबी एयरपोर्ट पर उतरने के लिए मजबूर हैं.। जहाज़ उतरा वह बाहर निकल कर कैप्टन से शिकायत करने लगा कि.....उसका एक-एक मिनट क़ीमती है और होने वाली कांफ्रेस मे उसका पहुचना बहुत ज़रूरी है....पास खड़े दूसरे मुसाफिर ने उसे पहचान लिया....और बोला डॉक्टर ज़ीशान साहब आप जहां पहुंचना चाहते हैं.....टैक्सी द्वारा यहां से तीन घंटे मे पहुंच सकते हैं.....उसने शुक्रिया अदा किया और टैक्सी लेकर निकल पड़ा... लेकिन ये क्या आंधी , तूफान , बिजली , बारिश ने चलना मुश्किल कर दिया , फिर भी वह चलता रहा...अचानक ड्राइवर को एह़सास हुआ कि वह रास्ता भटक चुका है... नाउम्मीदी के उतार चढ़ाव के बीच उसे एक छोटा सा घर दिखा....इस तूफान मे वही ग़नीमत समझ कर गाड़ी से नीचे उतरा और दरवाज़ा खटखटाया.... आव...

पत्तळ बनाम टिस्यू पेपर

आओ विकास करें       *पत्तळ बनाम टिस्यू पेपर* साथियो एक कहानी सुनाना चाहता हूँ, अपने बारे में कुछ बताना चाहता हूँ। मैं आज कितना विकास कर गया ये सरल भाषा में समझना व समझाना चाहता हूँ। कमाल कर गया हूँ मैं, अरे भाई इतना मॉडर्न हो गया कि पूछो मत, खाना खा कर टिस्यू पेपर से हाथ व मुहं पोछता हूँ तथा कभी किसी पांच सितारा होटल या विदेश में जाता हूँ तो वो भी मजबूरी में पोंछ लेता हूँ, हां भई वही सही सोच रहे हैं आप लोग। पहले तो मैं गांव में रहता था, ग्वांर था, गांव जंगल के में था तो मैं जंगली भी था। अरे गाय भैंस चराता था, गोबर बिटोलता था, गोबर से सारा घर आंगन लीपता था, तालाब में नहाता था, बैलगाड़ी पर बैठ कर खेत में भी जाता था। छीं छीं मिट्टी के मकान में रहता था और मुलतानी से नहाता था, घर की सरसों का तेल चोपड़ लेता था। मेरा खाना भी बिलकुल निम्न स्तर का था, अरे वो प्रदूषण फैलाने वाले हारे में और थेपड़ी से चुल्हे में मिट्टी की हांडी में खाना बनता था मेरा। खाना भी क्या बस दलिया खिचड़ी, मलाई शक्कर रोटी, चटनी, दाल, साग, गुलगुले, पूड़े, सिवाली, सिम्मी, हलवा, खीर, गुड़भत्ता, गोजी गास, चूरम...

ﺯﺭﺍﻓﮯ ﮐﯽ ﮔﺮﺩﻥ ﺗﮭﺎﻣﯽ ﺍﻭﺭ ﺳﺮﺟﻨﻮﮞ ﮐﺎ ﺳﺮﺟﻦ ﺑﻦ ﮔﯿﺎ

ﻧﻮﺟﻮﺍﻥ ﮐﯽ ﺁﻧﮑﮭﻮﮞﻤﯿﮟ ﺁﻧﺴﻮ ﺗﮭﮯ ، ﺍﺱ ﻧﮯ ﭘﻠﮑﻮﮞ ﭘﺮ ﭨﺸﻮ ﺭﮐﮫ ﻟﯿﺎ ، ﮨﻢ ﺳﺐ ﭼﻨﺪ ﻟﻤﺤﻮﮞ ﮐﮯ ﻟﯿﮯ ﺧﺎﻣﻮﺵ ﮨﻮﮔﺌﮯ۔ ﺍﺱ ﮐﯽ ﺟﮕﮧ ﮐﻮﺋﯽ ﺑﮭﯽ ﮨﻮﺗﺎ ﺗﻮ ﺍﺱ ﮐﯽ ﯾﮩﯽ ﺻﻮﺭﺗﺤﺎﻝ ﮨﻮﺗﯽ ، ﺁﭖ ﺍﯾﮏ ﻟﻤﺤﮯ ﮐﮯ ﻟﯿﮯ ﺧﻮﺩ ﺳﻮﭼﺌﮯ ﺍﮔﺮ ﺁﭖ ﻧﮯ ﺍﭼﮭﯽ ﭘﻮﺯﯾﺸﻦ ﮐﮯ ﺳﺎﺗﮫ ﺍﯾﻢ ﺑﯽ ﺍﮮ ﮐﯿﺎ ﮨﻮ ‘ ﺍﮔﺮ ﺁﭖ ﺍﯾﮏ ﺻﺤﺖ ﻣﻨﺪ ﺍﻭﺭ ﺧﻮﺑﺼﻮﺭﺕ ﺟﻮﺍﻥ ﮨﻮ ﻟﯿﮑﻦ ﺁﭖ ﻧﻮﮐﺮﯼ ﮐﮯ ﻟﯿﮯ ﺟﮩﺎﮞ ﺑﮭﯽ ﺩﺭﺧﻮﺍﺳﺖ ﺩﯾﺘﮯ ﮨﻮﮞ ، ﺁﭖ ﮐﻮ ﺻﺎﻑ ﺟﻮﺍﺏ ﻣﻞ ﺟﺎﺗﺎ ﮨﻮﺗﻮ ﺁﭖ ﭘﺮﮐﯿﺎ ﮔﺰﺭﺗﯽ ، ﺁﭖ ﮐﺎﺭﺩ ﻋﻤﻞ ﮐﯿﺎ ﮨﻮﺗﺎ ﻟﮩٰﺬﺍ ﻧﻮﺟﻮﺍﻥ ﺑﺮﯼ ﻃﺮﺡ ﺩﺍﺧﻠﯽ ﭨﻮﭦ ﭘﮭﻮﭦ ﮐﺎ ﺷﮑﺎﺭ ﺗﮭﺎ۔ ﻣﯿﮟ ﻧﮯ ﺍﺱ ﺳﮯ ﮐﮩﺎ ” ﻣﯿﮟ ﺗﻤﮩﯿﮟ ﺍﯾﮏ ﮐﮩﺎﻧﯽ ﺳﻨﺎﻧﺎ ﭼﺎﮨﺘﺎﮨﻮﮞ “ ﺍﺱ ﻧﮯ ﺳﺮ ﺍﭨﮭﺎ ﮐﺮ ﻣﯿﺮﯼ ﻃﺮﻑ ﺩﯾﮑﮭﺎ۔ﺍﺱ ﮐﯽ ﺁﻧﮑﮭﻮﮞ ﻣﯿﮟ ﺗﺤﯿﺮ ﺍﻭﺭ ﺑﮯ ﺑﺴﯽ ﺗﮭﯽ ، ﻣﯿﮟ ﻧﮯ ﻋﺮﺽ ﮐﯿﺎ۔ ” ﮐﯿﭗ ﭨﺎﺅﻥ ﮐﯽ ﻣﯿﮉﯾﮑﻞ ﯾﻮﻧﯿﻮﺭﺳﭩﯽ ﮐﻮ ﻃﺒﯽ ﺩﻧﯿﺎ ﻣﯿﮟ ﻣﻤﺘﺎﺯ ﺣﯿﺜﯿﺖ ﺣﺎﺻﻞ ﮨﮯ۔ ﺩﻧﯿﺎ ﮐﺎ ﭘﮩﻼ ﺑﺎﺋﯽ ﭘﺎﺱ ﺁﭘﺮﯾﺸﻦ ﺍﺳﯽ ﯾﻮﻧﯿﻮﺭﺳﭩﯽ ﻣﯿﮟ ﮨﻮﺍ ﺗﮭﺎ ‘ ﺍﺱ ﯾﻮﻧﯿﻮﺭﺳﭩﯽ ﻧﮯ ﺗﯿﻦ ﺳﺎﻝ ﭘﮩﻠﮯ ﺍﯾﮏ ﺍﯾﺴﮯ ﺳﯿﺎﮦ ﻓﺎﻡ ﺷﺨﺺ ﮐﻮ ” ﻣﺎﺳﭩﺮ ﺁﻑ ﻣﯿﮉﯾﺴﻦ “ ﮐﯽ ﺍﻋﺰﺍﺯﯼ ﮈﮔﺮﯼ ﺩﯼ ﺟﺲ ﻧﮯ ﺯﻧﺪﮔﯽ ﻣﯿﮞﮑﺒﮭﯽ ﺳﮑﻮﻝ ﮐﺎ ﻣﻨﮧ ﻧﮩﯿﮟ ﺩﯾﮑﮭﺎ ﺗﮭﺎ۔ ﺟﻮ ﺍﻧﮕﺮﯾﺰﯼ ﮐﺎ ﺍﯾﮏ ﻟﻔﻆ ﭘﮍﮪ ﺳﮑﺘﺎ ﺗﮭﺎ ﺍﻭﺭ ﻧﮧ ﮨﯽ ﻟﮑﮫ ﺳﮑﺘﺎ ﺗﮭﺎ ﻟﯿﮑﻦ 2003 ﺀﮐﯽ ﺍﯾﮏ ﺻﺒﺢ ﺩﻧﯿﺎ ﮐﮯ ﻣﺸﮩﻮﺭ ﺳﺮﺟﻦ ﭘﺮﻭﻓﯿﺴﺮ ﮈﯾﻮﮈ ﮈﯾﻨﭧ ﻧﮯ ﯾﻮﻧﯿﻮﺭﺳﭩﯽ ﮐﮯ ﺁﮈﯾﭩﻮﺭﯾﻢ ﻣﯿﮟ ﺍﻋﻼﻥ ﮐﯿﺎ ، ﮨﻢ ﺁﺝ...