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Showing posts from January, 2017

مسواک کے ستر (70) فوائد

*🌳مسواک کے ستر (70) فوائد🌳* (1)رحمٰن کی خوشنودی ہے (2)مسواک کی نماز کا ثواب۔ 99/ گنا اور بعض کتابوں کے مطابق -/440/گنا تک بڑھ جاتا ہے (3)اس کا ہمیشہ کرنا وسعت رزق کا باعث ہے (4)اسباب رزق کی سہولت کا۔باعث ہے (5)منہ کی صفائی ہے (6)مسوڑھا مضبوط کرتی ہے (7)سر کے درد کو دور کرتی ہے (8)سر کی رگوں کے لئے مفید ہے (9)بلغم دور کرتی ہے (10)دانت مضبوط کرتی ہے (11)مالداری لا تی ہے (12)نگاہ تیز کرتی ہے (13)معدہ درست کرتی ہے (14)بدن کو طاقت پہنچاتی ہے (15)فصاحت وبلاغت پیدا کرتی ہے (16)یاد داشت بڑھاتی ہے (17)عقل کی زیادتی کا باعث ہے (18)دل کوصاف رکھتی ہے (19)نیکیوں کو زائد کرتی ہے (20)فرشتوں کو خوش رکھتی ہے (21)چہرے کے منور ہوجانے کی وجہ سے فرشتے مصافحہ کرتے ہیں (22)جب وہ نماز کو جاتا ہے تو فرشتے اس کے ساتھ چلتے ہیں (23)مسجد کی طرف جاتے وقت حاملین عرش فرشتے اس کے لئے استغفار کرتے ہیں (24)مسواک کرنے والے کو انبیاء وپیغمبر علیہم السلام کی دعاء واستغفار ملتی ہے (25)شیطان کو ناراض اور اسے دور کرنے والی ہے (26)ذھن کوصاف کرنے والی ہے (27)کھانا ہضم کرنے والی ہے (28)کثرت اولاد ک...

कल्कि अवतार (पंडित वेद प्रकाश ब्राह्मण)

कल्कि अवतार हाल ही में भारत में प्रकाशित होने वाली पुस्तक "* कल्कि अवतार *" दुनिया भर हलचल मचा दी है। इस किताब में यह बताया गया है कि हिन्दुओं की धार्मिक किताबों में जिस * का कल्कि अवतार * चर्चा है 'वह * अंतिम रसूल मुहम्मद अल्लाह आशीर्वाद * बन अब्दुल्ला हैं। 📓📓📓📓📓📓📓📓📓 इस पुस्तक के लेखक अगर कोई मुसलमान होगा तो वह अब तक जेल में होता और इस पुस्तक पर प्रतिबंध लग चुकी होती मगर लेखक पंडित वेद प्रकाश ब्राह्मण हिंदू हैं और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़े हैं। वे संस्कृत के प्रमुख शोधकर्ता और विद्वान हैं। उन्होंने अपनी इस शोध को देश के आठ प्रसिद्ध अग्रणी शोधकर्ताओं पंडितों के सामने पेश किया है जो अपने क्षेत्र में प्रामाणिक गिरा दिया जाता है। इन पंडितों ने किताब के ध्यानपूर्वक अध्ययन और अनुसंधान के बाद यह स्वीकार किया है कि किताब में पेश किए गए हवाले श्रेणियाँ प्रामाणिक और सही हैं। उन्होंने अपने शोध का नाम "* कल्कि अवतार *" यानी सभी ब्रह्मांड के नेता रखा है। हिन्दुओं की महत्वपूर्ण धार्मिक पुस्तकों में एक महान नेता का उल्लेख है। जिसे "* कल्कि अवतार *...

बाबूजी, मेरे पास पहनने के लिए कोई शर्ट नहीं है।

*Positive attitude* एक घर के पास काफी दिन से  एक बड़ी इमारत का काम चल रहा था। वहां रोज मजदूरों के छोटे-छोटे बच्चे एक दूसरे की शर्ट पकडकर रेल-रेल का खेल खेलते थे। रोज कोई बच्चा इंजिन बनता और बाकी बच्चे डिब्बे बनते थे... इंजिन और डिब्बे वाले बच्चे रोज बदल  जाते, पर... केवल चङ्ङी पहना एक छोटा बच्चा हाथ में रखा कपड़ा घुमाते हुए रोज गार्ड बनता था। *एक दिन मैंने देखा कि* ... उन बच्चों को खेलते हुए रोज़ देखने वाले एक व्यक्ति ने  कौतुहल से गार्ड बनने वाले बच्चे को पास बुलाकर पूछा.... "बच्चे, तुम रोज़ गार्ड बनते हो। तुम्हें कभी इंजिन, कभी डिब्बा बनने की इच्छा नहीं होती?" इस पर वो बच्चा बोला... "बाबूजी, मेरे पास पहनने के लिए कोई शर्ट नहीं है। तो मेरे पीछे वाले बच्चे मुझे कैसे पकड़ेंगे... और मेरे पीछे कौन खड़ा रहेगा....? इसीलिए मैं रोज गार्ड बनकर ही खेल में हिस्सा लेता हूँ। "ये बोलते समय मुझे उसकी आँखों में पानी दिखाई दिया। आज वो बच्चा मुझे जीवन का एक बड़ा पाठ पढ़ा गया... *अपना जीवन कभी भी परिपूर्ण नहीं होता। उसमें कोई न कोई कमी जरुर रहेगी....* व...

ایک عالمِ دین کا سچا واقعہ

ایک عالمِ دین کا سچا واقعہ. مجھے کرناٹکا مسلم متحدہ محاذ کی میٹنگ میں جانا تھا۔ایک آٹو میرے قریب آکر رک گیا میں نے کہا ابراہیم اسٹریٹ جانا ہے۔آٹو میں سوار ہو گیا۔ڈرائیور شکل و صورت سے اچھے، بھلے اور مہذب معلوم ہورہے تھے۔نام پوچھا تو کہا حافظ عقیل احمد پھر انہوں نےکہا میں عالم دین بھی ہوں۔18 سالوں سے  امامت و خطبات کے بعد 6 مہینوں سے اطمینان و سکون کی سانس کے رہا ہوں اور زندگی آٹو چلا کر بسر  کر رہا ہوں۔میں نے کہا آپ کا منصب ومقام تو بہت بلند ہے۔قوم کی اصلاح کر سکتے ہیں تعلیم و تر بیت کا اچھا موقعہ ہے آپ نے اچانک روٹ تبدیل کیوں کیا؟ مولانا نے فرمایا برداشت کی ایک حد ہوتی ہے۔ہر کام کے لئے مسجد کے صدر سے  رجوع ہونا ،ذمہ داران کو خوش رکھنا، ان کے پسند کے آدمی کی تعریف کرنا، اور نا پسند کی غیبت کرنا، ان کے مرضی کے خلاف کوئی کام نہیں کر سکتے کسی اجتماع اور پروگرام میں جا نہیں سکتے ۔میں نے کئی مرتبہ ان کی ڈانٹ سنا ہے۔ان کی انفرادی زندگی بے عملی کا شکار ہے۔چھوٹ غیبت، دھوکا ،گالیاں، دھمکی عام سی بات ہے رشوت لیتے اور دیتے ہیں یہاں تک کہ سودی کاروبار کرتے ہوے میں نے دیکھا ہے۔اما...

हम रोज़े क्यूँ रखते हैं ??? 7 साल के मासूम साहिल ने ये सवाल अपने अब्बा से पुछा।

हम रोज़े क्यूँ रखते हैं ??? 7 साल के मासूम साहिल ने ये सवाल अपने अब्बा से पुछा। सामने बेठे डॉ.असलम साहब (जो की एक प्रसिद्ध डॉक्टर हैं) उन्हों ने ने बड़े प्यार से जवाब दिया कि बेटा रोज़े इन्सान की नफ़्स पर काबू पाने का बहुत अच्छा जरिया हैं ये वो पोशीदा इबादत है जो मुआशरे (समाज) में अमीर ग़रीब के बीच की खायी को भरने का काम करती है।।। दिन भर बिना कुछ खाए पिए शाम को जब अल्लाह के दिए रिज़्क से अफ्तार किया जाता है तो इंसानी रूह घमंड लालच और अमीर गरीब को भूल जाती है। सामने बेठी नुमैरा डॉ.साहब की बड़ी बेटी जो की होनहार स्टूडेंट और नए ज़माने के ख्यालों वाली लड़की है तपाक से बोली क्या पापा आप भी पुराने ज़माने की बातें निकाल कर बेठ गये भला दिन भर भूके प्यासे रहने से भी खुदा खुश होता है।। मैं तो आप लोगो की ज़बरदस्ती से रोज़ा रखती हूँ असलम साहब ने ठंडी सांस ली और खामोश हो गये।। अगले दिन नुमैरा कॉलेज के लिए जाने लगी तो माँ से बोली की मम्मा आज एक्स्ट्रा क्लास हैं में देर से आउंगी पर बेटा तेरा रोज़ा है इफ्तार तक आ जाना जी हो सका तो वरना कैंटीन से ही खा लुंगी। शाम को इफ्तार से कुछ देर ...

एक बहुत अमीर आदमी ने रोड के किनारे एक भीखारी से पूछा.. "तुम भीख क्यूँ मांग रहे हो जबकि तुम तन्दुरुस्त हो..."

एक बहुत अमीर आदमी ने रोड के किनारे एक भीखारी से पूछा.. "तुम भीख क्यूँ मांग रहे हो जबकि तुम तन्दुरुस्त हो..." भीखारी ने जवाब दिया... "मेरे पास महीनों से कोई काम नहीं है... अगर आप मुझे कोई नौकरी दें तो मैं अभी  से भीख मांगना छोड़ दूँ" अमीर मुस्कुराया और कहा.. "मैं तुम्हें कोई नौकरी तो नहीं दे सकता .. लेकिन मेरे पास इससे भी अच्छा कुछ है... क्यूँ नहीं तुम मेरे बिज़नस पार्टनर बन जाओ..." भीखारी को यकीन नहीं हुआ जो उसने सूना था... "ये आप क्या कह रहे हैं क्या ऐसा मुमकीन है...?" "हाँ मेरे पास एक चावल का प्लांट है.. तुम चावल बाज़ार में सप्लाई करो और जो भी मुनाफ़ा होगा उसे हम महीने के अंत में आपस में बाँट लेंगे.." भीखारी के आँख से ख़ुशी के आंसू निकल पड़ें... " आप मेरे लिए जन्नत के फ़रिश्ते बन कर आये हैं मैं किस कदर आपका शुक्रिया अदा करूँ.." फिर अचानक वो चुप हुआ और कहा.. "हम मुनाफे को कैसे बांटेंगे..? क्या मैं 20% और आप 80% लेंगे ..या मैं 10% और आप 90% लेंगे.. जो भी हो ...मैं तैयार हूँ और बहुत खुश हूँ..." अम...

आओ डाक्टर का लिखे हुए को समझे: (Common Abbreviations)जरुर पढे

आओ डाक्टर का लिखे हुए को समझे: (Common Abbreviations)जरुर पढे > Rx = Treatment. > Hx = History > Dx = Diagnosis > q = Every > qd = Every day > qod = Every other day > qh = Every Hour > S = without > SS = On e half > C = With > SOS = If needed > AC = Before Meals > PC = After meals > BID = Twice a Day > TID = Thrice a Day > QID = Four times a day > OD = Once a Day > BT = Bed Time > hs = Bed Time > BBF = Before Breakfast > BD = Before Dinner > Tw = Twice a week > SQ = sub cutaneous > IM = Intramuscular . . > ID = Intradermal > IV = Intravenous > QAM = (every morning) > QPM (every night) > Q4H = (every 4 hours) > QOD = (every other day) > HS = (at bedtime) > PRN = (as needed) > PO or "per os" (by mouth) > AC (before meals) > PC = (after meals) > Mg = (milligrams) > Mcg/ug = (micrograms) > G or Gm = (grams) > 1TSF ( Teaspoon...

Mobile Settings 2G & 3G/4G Etc.

*Airtel 3G Setting MI-4 Redme 4G Note 4 (Xiaomi) > MI 4w > How to Select 3G Network? > Android OS v4.4.4 (KitKat)-Tap on Settings icon>Mobile networks>Preferred network type>Prefer 3G *Airtel 2G,3G,4G Setting Xiaomi > MI 4w > How to Configure APN Settings Manually? > Android OS v4.4.4 (KitKat)-Tap on Settings icon>Mobile networks>Enable Data enabled>Enable Data roaming>OK>Access point names>New APN>Name>Enter Mobile Internet>OK>APN>Enter airtelgprs.com>OK>Server>Enter airtellive.com>OK>Authentication type>None>APN type>Enter default>OK>APN protocol>IPv4>APN roaming protocol>IPv4>Bearer>Unspecified>MVNO type>None>More>Save>Mobile Internet profile to make as default

हिन्दुस्तान के इतिहास की कुछ जानने वाली बातें

दिल्ली सल्तनत की एक संक्षिप्त कहानी🇮🇳 दिल्ही सल्तनत तोमारवंश से नरेन्द्र मोदी तक 👉तोमरवंश 1=736 अनंगपाल तोमार और उनके वंश 2=1049 अनंगपाल दूसरा 3=1097 सूरजपाल तोमर 1135 में तोमर वंश समाप्त् 👉चौहाण वंश 1=1153 विग्रहराज पाँचवे 2=1170 सोमेश्वर चौहाण 3=1177 पृथ्वीराज चौहाण 1193 चौहान वंश समाप्त् 👉गुलाम वंश 1=1193 महमद घोरी 2=1206 कुतबूदीन ऐबक 3=1210 आरम शाह 4=1211 इल्तुतमिश 5=1236 रुकनुदिन फिरोज शाह 6=1236 रज़िया सुल्तान 7=1240 मुइज़ुदिन बहेराम 8=1242 अल्लाउदीन मसूद शाह 9=1246 नसरुदीन महमद शाह 10=1266 धियासुदीन बल्बन 11=1286 कै खुशरो 12=1287 मुइज़ुदिन कैकुबाद 13=1290 कयुमार्श 1290 गुलाम वंश समाप्त् 👉खीलजी वंश 1=1290 जलालुदीन फ़िरोज़ शाह 2=1296 रुक्नुदिन इब्राहिम शाह 3=अल्लाउदीन फिरोज़ महमद शाह 4=1316 सहिबुदिन उमर शाह 5=1316 कुटबुदिन मुबारक शाह 6=1320 नासिरुदीन खुशरू शाह 7=1320 खिलजी वंश स्माप्त 👉तघलख वंश 1=1320 घीयसुदिन तघलख पहले 2=1325 महमद तघलख दूसरा 3=1351 फ़िरोज़ शाह 4=1388 धीयासुदिन तघलख  दूसरा 5=1389 अबु बकर शाह 6=1389 महमद तघलख तीसरा ...

تھوڑی سی اصلاح

تھوڑی سی اصلاح ! نادانی یا نادانستگی سے ہم تحریر و تقریر میں کئی الفاظ کو صحیح طرح ادا نہیں کر پاتے ـ اس لیے اصلاح کی خاطر بعض الفاظ کی نشان دہی کی جارہی ہے : درج ذیل الفاظ کا آغاز زیر(-) سے ہوتاہے  ـ * کِرایہ ـــــ نِچوڑ ـــــ نِڈر ـــــ صِحاح ـــــ عِطر ـــــ وِزارت ـــــ ذِھانت ـــــ رِفعت ـــــ زِراعت ـــــ اِمارت ـــــ دِلاسا ـــــ فرِارـــــ نِقاب ـــــ مِٹی (مَٹی) ـــــ سِفارش ـــــ اِکسیرـــــ عِرق النساء ـــــ نِوالہ ـــــ عِظام (جمع ،عظیم و عظم ) ـــــ نِنانوے ـــــ رِٹ ـــــ عِجلت ـــــ اِذن (اجازت و حکم ) ـــــ ذِمہ داری ـــــ شِفاء ـــــ جِھاد ـــــ تِجارت ـــــ قِیام ـــــ خِزانہ ـــــ سردمِھری ـــــ مِثل ـــــ نِکات درج ذیل الفاظ کا پہلا حرف مفتوح یعنی زبر(ـ) والا ہے ـ غَلَط ـــــ وَراثت ـــــ ھَذیان ـــــ مَذمت ـــــ مَحبت ـــــ بَھت ـــــ سَحری ــــــ غَلط فھمی ـــــ سَمت ـــــ مَحلہ ـــــ مَرمت ـــــ حَجتہ الوداع ـــــ مَبلغ ـــــ نَشاط ـــــ نَشاتہ ثانیہ ــــــ نَشَاستہ ـــــ شَکل ـــــ نَظارہ ـــــ سَرقہ ـــــ حَجم ـــــ مَشھور ـــــ آذان ـــــ سَفید...

एक तस्वीर, जिसने हजारों लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया

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एक तस्वीर, जिसने मंत्री सहित हजारों लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया January 23, 2017 सोशल मीडिया में वायरल एक बच्चे की तस्वीर ने देश के उच्च पदस्थ राजनेताओं सहित हजारों हजार लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कहीं अपने बच्चे को ज्यादा होशियार, स्मार्ट और दूसरों से आगे रखने की चाहत में हम उस पर अत्याचार तो नहीं कर रहे है ना । हैदराबाद के सुरेन नाम के एक ट्विटर यूजर ने एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें एक बच्चा उनींदा सा स्कूल में प्रार्थना की लाइन में खड़ा है और उसकी जेब में अधखाया सा पराठा ठूँसा हुआ दिख रहा है. सुरेन ने इस पोस्ट में एचआरडी मिनिस्ट्री और तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव को टैग करते हुए लिखा, ”जेब में सुबह का ब्रेक फास्ट, अधूरी नींद, स्कूल की टाइमिंग 10 बजे से 5.30 तक क्यों नहीं, कृपया सोचें.” ट्वीट तेजी से वायरल हुआ और कई लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं. तेलंगाना के मंत्री केटी रामाराव ने लिखा, ”मैं आपसे सहमत हूं कि इस तस्वीर ने आपका दिल तोड़ा. बच्चें के लिए बचपन जरुरी है ना कि इस तरह का प्रेशर कूकर जैसा माहौल”. किसी भी संवेदनशील व्यक्ति के लिए ये तस्वीर सच...

مچھروں سے نجات کا قدرتی ذریعہ

*مچھروں سے نجات کا قدرتی ذریعہ* جوں جوں ہم فطرت سے دور ہوتے جارہے ہیں ہم طرح طرح کے مسائل میں گھرتے جارہے ہیں،ہمارے بزرگوں کے زمانہ میں ہر بیماری اور مسئلہ کا حل قدرتی غذاؤں اورگھریلوٹوٹکوں کے ذریعے کیا جاتا تھا۔ کچن میں استعمال ہونے والے مصالحہ جات ،پودے اور ان کے بیج ہر بیماری کی شفا ثابت ہوتے تھے۔ آج کیمیکل کا استعمال ہماری زندگیوں میں اس حد تک بڑھ چکا ہے کہ اس کے مضر اثرات نے ہماری نوجوان نسل کو طرح طرح کی بیماریوں میں مبتلا کر رکھا ہے۔ نباتات قدرت کی طرف سے انسانی ذات کیلئے ایک بہترین تحفہ ہے۔زمانہ قدیم سے یہ حقیقت سبھی جانتے ہیں کہ قدرت نے نیم کے درخت میں بہت سے طبی، زراعتی اور ماحولیاتی فوائد رکھے ہیں اور انہی فوائد کو جدید تحقیق نے بھی ثابت کیا ہے، نیم کا درخت مچھروں کو بھگانے کا بھی ایک قدرتی ذریعہ ہے۔نیم کے درخت کے ارد گرد مچھر نہیں ہوتے اور اسی وجہ سے ڈینگی کے خاتمے کیلئے اسے انتہائی کارآمد تصور کیا جاتا ہے۔کیڑے مکوڑوں سے نجات کیلئے استعمال ہونے والے پودوں میں پودینہ کی افادیت سے کوئی انکار نہیں کرسکتا۔ اس پودے کی خوشبو سے مچھر پریشان ہو کر دور بھاگتا ہے۔ یہی وجہ ہے کہ ...

تین نوجوان ملک سے باھر سفر پر جاتے ھیں

🍀 تین نوجوان ملک سے باھر سفر پر جاتے ھیں اور وھاں ایک ایسی عمارت میں ٹھہرتے ھیں جو 75 منزلہ ھے.. 🍀 ان کو 75 ویں منزل پر کمرہ ملتا ھے.. 🍀 ان کو عمارت کی انتظامیہ باخبر کرتی ھے کہ یہاں کے نظام کے مطابق رات کے 10 بجے کے بعد لفٹ کے دروازے بند کر دیے جاتے ھیں 🍀 لھذا ھر صورت آپ کوشش کیجیے کہ دس بجے سے پہلے آپ کی واپسی ممکن ھو 🍀 کیونکہ اگر دروازے بند ھوجائیں تو کسی بھی کوشش کے باوجود لفٹ کھلوانا ممکن نہ ھوگا.. 🍀 پہلے دن وہ تینوں سیر و سیاحت کے لیے نکلتے ھیں تو رات 10 بجے سے پہلے واپس لوٹ آتے ھیں 🍀 مگر دوسرے دن وہ لیٹ ھوجاتے ھیں.. 🍀 اب لفٹ کے دروازے بند ھو چکے تھے.. 🍀 ان تینوں کو اب کوئی راہ نظر نہ آئی کہ کیسے اپنے کمرے تک پہنچا جائے جبکہ کمرہ 75 منزل پر ھے.. 🍀 تینوں نے فیصلہ کیا کہ سیڑھیوں کے علاوہ کوئی دوسرا راستہ تو نہیں ھے تو یھاں سے ھی جانا پڑے گا.. 🍀 ان میں سے ایک نے کہا..  " میرے پاس ایک تجویز ھے.. 🍀 یہ سیڑھیاں ایسے چڑھتے ھوئے ھم سب تھک جائیں گے.. 🍀 ایسا کرتے ھیں کہ اس طویل راستے میں ھم باری باری ایک دوسرے کو قصے سناتے ھوئے چلتے ھیں.. 🍀 25 ویں منزل ...

How to Do Disk Clone?

How to Do Disk Clone? http://www.backup-utility.com/features/disk-clone.html

*क्या ये बात एक कड़वी सच्चाई नहीं ??*

*_एक दर्दमंद मुसलमान की तरफ से ये मेसेज आया है_* *( एक कड़वी सच्चाई )* जॉर्ज की उम्र 50 साल से कुछ ज़्यादा है। वो अपनी बीवी और दो बच्चों के साथ वाशिंगटन में रहता है। ईद उल-अज़हा क़रीब आ रही थी। जॉर्ज और उसके घर वाले टीवी, रेडीयो और इंटरनैट पर देख रहे थे कि ईद किस तारीख़ को होगी। बच्चे रोज़ इस्लामी वैबसाईटस पर चैक कर रहे थे। सबको ईद का बेसब्री से इंतिज़ार था। जैसे ही ज़िल्हज्ज शुरू हुआ, इन लोगों ने ईद की तैयारीयां शुरू कर दें। घर के क़रीब ही एक फ़ार्म हाऊस था वहां से एक बकरी ख़रीदी, जिसके चुनाव में इन्होंने तमाम इस्लामी उसूलों को मद्द-ए-नज़र रखा। बकरी को गाड़ी में रखा और घर की राह ली। बच्चों का ख़ुशी के मारे कोई ठिकाना ना था। जॉर्ज की बीवी, मेरी ने घर पहुंच कर उसको बताया कि वो इस बकरी के तीन हिस्से करेंगे। एक हिस्सा ग़रीबों में बांट देंगे, एक हिस्सा अपने हमसाइयों डेविड, लीज़ा, और मार्क को भेज देंगे और एक हिस्सा अपने इस्तिमाल के लिए रखेंगे। ये तमाम मालूमात उसे इस्लामी वैबसाईटस से मिली थीं। कितने दिन के इंतिज़ार के बाद ईद का दिन आ ही गया। बच्चे ख़ुशी ख़ुशी सुब्ह-सवेरे जागे और...

ﻣﻮﺑﺎﺋﻞ ﻓﻮﻥ ﺳﮯﺧﻔﯿﮧ ﮐﯿﻤﺮﮦ ﮐﯿﺴﮯ ﮈﮬﻮﻧﮉﮮ

ﻣﻮﺑﺎﺋﻞ ﻓﻮﻥ ﺳﮯﺧﻔﯿﮧ ﮐﯿﻤﺮﮦ ﮐﯿﺴﮯ ﮈﮬﻮﻧﮉﮮ ﺍﮔﺮ ﺁﭖ ﻓﯿﻤﯿﻠﯽ ﮐﮯ ﺳﺎﺗﮫ ﮐﺴﯽ ﺳﻔﺮ ﭘﺮ ﮨﻮﮞ ﺍﻭﺭ ﮨﻮﭨﻞ ﯾﺎ ﻻﺝ ﻣﯿﮟ ﻗﯿﺎﻡ ﮐﺮﻧﺎ ﭘﮍﮮ ﺗﻮ ﺍﺱ ﺑﺎﺕ ﮐﻮ ﯾﻘﯿﻨﯽ ﺑﻨﺎ ﻟﯿﮟ ﮐﮧ ﺟﺲ ﮐﻤﺮﮮ ﻣﯿﮟ ﭨﮩﺮﮮ ﮨﻮﮞ ﻭﮨﺎﮞ ﺧﻔﯿﮧ ﮐﯿﻤﺮﮮ ﮐﯽ ﻧﮕﺮﺍﻧﯽ ﻧﺎ ﮨﻮﺭﮨﯽ ﮨﻮﮞ، ﻭﺭﻧﮧ ﮐﺴﯽ ﺳﺎﺯﺵ ﯾﺎ ﻓﺤﺶ ﺣﺮﮐﺎﺕ ﮐﮯ ﺁﭖ ﺧﻮﺩ ﺷﮑﺎﺭ ﺑﻦ ﺟﺎﺋﯿﮟ ﮔﮯ۔ﺁﺋﯿﮯ۔!ﺁﭖ ﮐﻮ ﺑﺘﺎﺗﮯ ﮨﯿﮟ ﮐﮧ ﺍﭘﻨﮯ ﻣﻮﺑﺎﺋﻞ ﻓﻮﻥ ﺳﮯ ﮐﻤﺮﮮ ﻣﯿﮟ ﻟﮕﮯ ﺧﻔﯿﮧ ﮐﯿﻤﺮﮮ ﮐﻮ ﮐﯿﺴﮯ ﮈﮬﻮﻧﮉﺍ ﺟﺎﻧﺎ ﻣﻤﮑﻦ ﮬﮯ ۔ ( 1 ) ﺳﺐ ﺳﮯ ﭘﮩﻠﮯ ﮐﻤﺮﮮ ﮐﯽ ﺭﻭﺷﻨﯽ ﺑﻨﺪ ﮐﺮﺩﯾﮟ۔ ( 2 ) ﺍﺏ ﺍﭘﻨﮯ ﻣﻮﺑﺎﺋﻞ ﮐﺎ ﮐﯿﻤﺮﮦ ﺁﻥ ﮐﺮﯾﮟ ۔ ( 3 ) ﮐﯿﻤﺮﮦ ﺁﻥ ﮐﺮﻧﮯ ﭘﺮ ﺍﺱ ﺑﺎﺕ ﮐﺎ ﺧﺎﺹ ﺧﯿﺎﻝ ﺭﮐﮭﯿﮟ ﮐﮧ ﮐﯿﻤﺮﮮ ﮐﺎ ﻓﻠﯿﺶ ﺑﻨﺪ ﮨﻮ ۔ ( 4 ) ﺍﺏ ﻣﻮﺑﺎﺋﻞ ﮐﮯ ﮐﯿﻤﺮﮮ ﮐﻮ ﮐﻤﺮﮮ ﻣﯿﮟ ﭼﺎﺭﻭﮞ ﻃﺮﻑ ﮔﮭﻤﺎﺗﮯ ﺟﺎﺋﯿﮟ، ( 5 ) ﮐﯿﻤﺮﮮ ﮐﻮ ﮔﮭﻤﺎﺗﮯ ﻭﻗﺖ ﺍﮔﺮ ﻣﻮﺑﺎﺋﻞ ﺍﺳﮑﺮﯾﻦ ﭘﺮﺳﺮﺥ ﺭﻧﮓ ﮐﺎ ﺩﮬﺒﮧ ﻧﻈﺮ ﺁﺟﺎﺋﮯ ﺗﻮ ﺳﻤﺠﮫ ﺟﺎﺋﯿﮟ ﮐﮧ ﺁﭖ ﺧﻔﯿﮧ ﮐﯿﻤﺮﮮ ﮐﯽ ﻧﮕﺮﺍﻧﯽ ﻣﯿﮟ ﮨﯿﮟ ۔ ﺍﺏ ﺁﭖ ﻣﺤﺘﺎﻁ ﺭﮨﺘﮯ ﮬﻮﮰ ﮐﻮﺋﯽ ﺍﯾﺴﯽ ﺣﺮﮐﺖ ﻧﮧ ﮐﺮﯾﮟ ﺟﻮ ﮐﯿﻤﺮﮮ ﻣﯿﮟ ﻗﯿﺪ ﮨﻮﮐﺮ ﺭﺳﻮﺍﺋﯽ ﮐﺎ ﺳﺒﺐ ﺑﻨﮯ۔ﺍﺱ ﻣﯿﺴﺞ ﮐﻮ ﮨﺮ ﻣﺴﻠﻤﺎﻥ ﺗﮏ ﭘﮩﻨﭽﺎﻧﺎ ﯾﮧ ﮨﻤﺎﺭﯼ ﺫﻣﮧ ﺩﺍﺭﯼ ﮬﮯ ۔

ایک دن کُتے اور گدھے میں شرط لگی

ایک دن کُتے اور گدھے میں شرط لگی کہ جو کوئی دوڑ کامقابلے میں اول آئے گا وہ حکومت کے تخت پرسوار ہو گا. گدھا دوڑنے میں کُتےکی ھمسری اور برابری نہیں کرسکتا یہ سب جانتے تھے. دوڑ شروع ہوئی کُتاخوش ہوا اس نے سوچا کے وہ گدھےکویوں ہی شکست دے دیں گا. مگر اسے کہاں پتہ تھا کہ ہر ایک محلے کے چوک پر بہت سے کتے ہے جو اسےآ گے جانے نہیں دیں گے. ہوا بھی ایسا ہی. وہ بہت سے کتوں سے لڑتا ہوا جیسے تیسے پہنچا........ لیکن وہاں جا کر دیکھا کی گدھا حکومت کےتخت پر براجمان ہے شکست خوردہ زخمی کُتے نےکہا: کاش!!!!! میری ہی برادری والے مجھ سے لڑے نہ ہوتےتو.... یہ گدھا کبھی بھی حکومت کی گدی پرنہیں بیٹھ پاتا. ذراسوچئے..... غلطی کہاں ہو رہی ہے. مثال جانوروں کی ضرور ہے پر بات سوچنے کی ہے. ✍✍✍

ایک سوچنے پر محبور کردینے والی تحریر ۔۔۔۔۔۔

ایک سوچنے پر محبور کردینے والی تحریر ۔۔۔۔۔۔۔۔ وہ سرنام سے تعلق رکھتی تھی ، مذہباً شاید ہندو تھی ۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔ علی کو ویرہاؤس میں ملی تھی ، پھر دونوں میں دوستی ہوئی جو جلد ہی محبت میں بدل گۂی ۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔ علی نے شادی کی شرط رکھی کہ پہلے تم مسلمان ہو جاؤ ، اسے اپنے مذہب سے کوئی لگاو تو تھا نہیں اس لیے فورا اسلام قبول کرنے پر راضی ہو گۂی ۔۔۔۔۔ علی اسے ایک مقامی مسجد لے گیا ، جہاں مولوی صاحب نے اس سے عہد لیا کہ وہ کبھی شراب نہیں پئےگی ، زنا نہیں کرے گی ، جھوٹ نہیں بولے گی وغیرہ وغیرہ ۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔۔  اس نے خوشدلی سے سب وعدے کیے اور کلمۂ حق کہہ کر اسلام میں داخل ہو گۂی ۔۔۔۔۔۔۔۔ جب مولوی صاحب نکاح پڑھانے لگے تو اس نے ایک عجب بات کہہ ڈالی ، جسے سن کر سب حیران ہو گۓ ۔۔۔۔۔۔۔۔۔ کہنے لگی : " مولوی صاحب ، رکو پہلے علی کو تو مسلمان کر دو"۔۔ مولوی صاحب بولے : " بیٹا !!  علی تو پہلے سے ہی مسلم ہے "۔۔۔۔ وہ حیرانی سے کہنے لگی ، لیکن آپ نے جو مجھ سے نہ کرنے کی لیے کہا وہ سب تو علی کرتا ہے پھر یہ کیسے مسلمان ہوا؟ " کھوکھلا رشتہ سے ماخوذ عورت کے اندر چار صفات ...

गाँव बोरावड़ एक नजर में

*गाँव बोरावड़ एक नजर में* पटवार सर्किल - बोरावड़ ग्राम पंचायत - बोरावड़ कानूनगो सार्किल - मकराना तहसील - मकराना पंचायत समिति - मकराना थाना - मकराना उपखण्ड - मकराना विधान सभा - मकराना लोकसभा - नागौर जिला परिषद - नागौर जिला -नागौर *स्थिती* :- बोरावड़ थार के रेगिस्तान के पूर्व में, जयपुर जोधपुर रेल मार्ग पर व जयपुर नागौर स्टेट हाइवे नम्बर 2 पर बसा हुआ है । बोरावड़ 27.01अंक्षास व 74.68 देशान्तर पर स्थित है । ग्राम पंचायत बोरावड़ राजस्थान की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है ।यहा की जनसंख्या 45,000 है । बोरावड़  ग्राम पंचायत में तीन गाँव हैं बोरावड़ शिवनगर व काशीनगर हैं । पंचायत की कुल राजस्व भूमि 12941 बीघा व 9 बीस्वा हैं | जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 100 कि.मी. हैं।यह जिला मुख्यालय से पुर्व दिशा में स्थित हैं तथा तहसील मुख्यालय से इसकी दूरी लगभग 7 कि.मी.हैं। *जन प्रतिनिधियों के नाम* @ श्री राम भींचर विधायक, मकराना @ हिम्मत सिंह राजपुराहित, प्रधान मकराना @ सुनीता राजपुरोहित, सरपंच @ हिन्दु चन्द नवल, ग्राम सेवक @ श्याम सुन्दर टेलर, पटवारी @ राम मनोहर डूडी, जिला परिषद सदस्य ...

क्या आप को इस्लाम के बारे में ये सब पता है ?

* कमोबेश 124000 अम्बिया इकराम इस रूए ज़मीन पर आये,जिनमे से 313 या 315 ही रसूल हुए,नबी उसको कहते हैं जिसको वही तो आती हो मगर तब्लीग़ पर मामूर हो या ना हो और रसूल वो होता है जिस पर वही भी आती है और उसको तब्लीग़ का हुक्म भी होता है 📕 मवाहिबुल लदुनिया,जिल्द 2,सफह 46 * इनमे से 26 का ज़िक्र नाम के साथ क़ुरान में आया है 01. हज़रत आदम अलैहिस्सलाम 02. हज़रत इदरीस अलैहिस्सलाम 03. हज़रत नूह अलैहिस्सलाम 04. हज़रत हूद अलैहिस्सलाम 05. हज़रत सालेह अलैहिस्सलाम 06. हज़रत लूत अलैहिस्सलाम 07. हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम 08. हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम 09. हज़रत इस्हाक़ अलैहिस्सलाम 10. हज़रत याक़ूब अलैहिस्सलाम 11. हज़रत यूसुफ अलैहिस्सलाम 12. हज़रत ज़ुलक़िफ्ल अलैहिस्सलाम 13. हज़रत शोएब अलैहिस्सलाम 14. हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम 15. हज़रत हारुन अलैहिस्सलाम 16. हज़रत अलयसअ अलैहिस्सलाम 17. हज़रत इल्यास अलैहिस्सलाम 18. हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम 19. हज़रत उज़ैर अलैहिस्सलाम 20. हज़रत दाऊद अलैहिस्सलाम 21. हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम 22. हज़रत अय्यूब अलैहिस्सलाम 23. हज़रत ज़करिया अलैहिस्सलाम 24. हज़रत यहया अलैहिस्सलाम 25. ...

بچوں اور نوجوانوں کو جنسی تعلیم دینی چاہئے یا نہیں

*بچوں کی جنسی تربیت کیسے کریں؟* ہم سب اس الجھن کا شکار ہیں کہ  *بچوں اور نوجوانوں کو جنسی تعلیم دینی چاہئے یا نہیں؟* اس *موضوع* پہ اب الیکٹرانک اور سوشل میڈیا پر بحث و مباحثے ہو رہے ہیں.مگر ابھی تک کسی حتمی نتیجے پر نہیں پہنچ سکے. یہ بات طے ہے کہ الیکٹرانک و پرنٹ میڈیا اور سیکولر و لبرل طبقہ ہمارے بچوں کی اس معاملے میں جس قسم کی تربیت کرنا چاہتا ہے یا کر رہا ہے وہ ہر باحیا مسلمان کے لیے ناقابل قبول ہے. مگر یہ بھی ضروری ہے کہ نوعمر یا بلوغت کے قریب پہنچنے والے بچوں اور بچیوں کو اپنے وجود میں ہونے والی تبدیلیوں اور دیگر مسائل سے آگاہ کیا جائے ورنہ حقیقت یہ ہے کہ اگر گھر سے بچوں کو اس چیز کی مناسب تعلیم نہ ملے تو وہ باہر سے لیں گے جو کہ گمراہی اور فتنہ کا باعث بنے گا. چند فیصد لبرل مسلمانوں کو چھوڑ کر ہمارے گھروں کے بزرگوں کی اکثریت آج کی نوجوان نسل میں بڑھتی بے راہ روی سے پریشان ہے. وہ لوگ جو اپنے گھرانوں کے بچوں کے کردار کی بہترین تربیت کے خواہشمند ہیں، انکی خدمت میں کچھ گزارشات ہیں جن سے ان شاءاللّہ تعالیٰ آپ کے بچوں میں پاکیزگی پیدا ہوگی. 1- *بچوں کو زیادہ وقت تنہا مت رہنے د...

जॉर्ज की उम्र 50 साल से कुछ ज़्यादा है

जॉर्ज की उम्र 50 साल से कुछ ज़्यादा है वो अपनी बीबी और दो बच्चों के साथ वाशिंगटन में रहता है ईदुल अज़हा करीब आ रही थी जॉर्ज और उसके घर वाले टीवी रेडियो और इंटरनेट देख रहे थे की ईद किस तारीख को होगी बच्चे रोज़ इस्लामी बेबसाइट चैक कर रहे थे सबको ईद का बेसब्री से इन्तेज़ार था जैसे ही ज़ुलहिज्जा शुरू हुआ उन लोगों ने ईद की तैयारिया शुरू कर दीं घर के करीब ही एक फ़ार्म हाउस था वहां से एक उन्होंने एक बकरा खरीदा जिसके चुनाव में तमाम इसलामी उसूलो को मद्देनज़र रखा बकरे को गाड़ी में रखा और घर की राह ली बच्चों का ख़ुशी के मारे ठिकाना न था जॉर्ज की बीबी कैथी ने बताया वो उस बकरे के तीन हिस्से करेगी एक हिस्सा गरीबो में बाँट देगी दूसरा हिस्सा अपने पड़ोसियो डैनी लीज़ा और मार्क में तकसीम कर देगी और एक हिस्सा अपने इस्तेमाल के लिए रखेगी ये तमाम जानकारीयां उसे इस्लामी बेबसाइट से मिली थीं कितने दिन इन्तेज़ार के बाद आखिर ईद का दिन आ ही गया बच्चे सुबह सुबह जागे और ख़ुशी ख़ुशी तैयार हो गए अब बकरे को ज़िबह करने का वक्त आया उन्हें क़िबला रुख का पता नही था लेकिन जार्ज ने अंदाज़े से मक्का की तरफ रुख करके बकरा ज़िबह कर दिया ...

यही सिला है वतन परस्ती का ...???

1857 की चिलचिलाती गर्मी मे मंदसौर की एक वीरान पड़ी मस्जिद मे अंग्रेज विरोधी झण्डा उठाए एक 20 साल का कमसिन और खूबसूरत नौजवान अंग्रेजो के खिलाफ जिहाद के लिए हिन्दुओं और मुसलमानों को ललकार रहा था, इस नौजवान ने फकीर का बाना पहना हुआ था ग्वालियर मे अपनी जोशीली तकरीरो के जरिए उसे सिंधिया की फौज की एक टुकड़ी का साथ मिल गया था , जिसके साथ वो मंदसौर की उस मस्जिद मे जमा हुआ था उसकी ललकार सुनकर हर तरफ से वतन परस्त हिन्दुओं और मुसलमानों की कई टोलियां महावीर की झण्डी और मजहबी हरा परचम लिए इस जिहाद मे शामिल होने खिची चली आईं, और आनन फानन मे मंदसौर के किले पर इन वतन परस्तो का कब्जा हो गया, इस मजबूत फौज के आगे गोरे टिक न पाए ये बहादुर फकीर अस्ल मे मुगलिया सल्तनत का एक चश्मो चिराग शहजादा फीरोजशाह था, जो मुगल शहजादे जफरुद्दीन का बेटा और बहादुर शाह प्रथम का वंशज था मंदसौर जीत के बाद शहजादे ने सीतामऊ, जावरा, रतलाम, परताबगढ़ और सालम्बुर के शासकों के पास परवाने भेजे कि वे अंग्रेजो के खिलाफ जंग मे फिरोजशाह का साथ दें, उस वक्त की एक अंग्रेजी रिपोर्ट के मुताबिक "31अगस्त 1857 को शहजादे ने धार के किले...

पति के घर में प्रवेश करते ही पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा

पति के घर में प्रवेश करते ही पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा : पूरे दिन कहाँ रहे? आफिस में पता कीया, वहाँ भी नहीं पहुँचे ! मामला क्या है ? “वो-वो… मैं…” पती की हकलाहट पर झल्लाते हुए पत्नी फिर बरसी, बोलते नही ? कहां चले गये थे ये गंन्दा बक्सा और कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये ? वो मैं माँ को लाने गाँव चला गया था। पती थोड़ी हिम्मत करके बोला क्या कहा? तुम मां को यहां ले आये? शर्म नहीं आई तुम्हें? तुम्हारे भाईयों के पास इन्हें क्या तकलीफ है? आग बबूला थी पत्नी! उसने पास खड़ी फटी सफेद साड़ी से आँखें पोंछती बीमार वृद्धा की तरफ देखा तक नहीं इन्हें मेरे भाईयों के पास नहीं छोड़ा जा सकता तुम समझ क्यों नहीं रही । पती ने दबी जुबान से कहा । क्यों, यहाँ कोई कुबेर का खजाना रखा है ? तुम्हारी सात हजार रूपल्ली की पगार में बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च कैसे चला रही हूँ, मैं ही जानती हूँ ! पत्नी का स्वर उतना ही तीव्र था अब ये हमारे पास ही रहेगी पति ने कठोरता अपनाई । मैं कहती हूँ, इन्हें इसी वक्त वापिस छोड़ कर आओ । वरना मैं इस घर में एक पल भी नहीं रहूंगी और इन महा रानी जी को भी यहाँ आते जर...